रणक्षेत्रम: प्रथम खंड की रचना उत्कर्ष श्रीवास्तव ने की है। यह कहानी हमें ले जाती है एक ऐसे काल में जहाँ असुर, देवता, नाग तथा मनुष्य एक साथ निवास करते हैं। यह उस युग की कहानी है जहाँ वामन अवतार द्वारा राक्षस महाबली को पाताल भेजने के उपरांत असुरों का मानव जाति पर दबाव काफी कम हो चुका है।
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Rankshetram: Pratham Kand
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